TV9 Maharashtra के फाउंडर सीईओ रवि प्रकाश तथा उनके 4 साथियों को सोमवार १३ दिसंबर को बेईज्ज़ती करके कोर्ट में पेश किया गया. चारों आरोपी लोकल चैनल के डर से कार से बाहर नहीं आ रहे थे.
बता दें कि TV9 महाराष्ट्र ने ४ decemeber २००९ (और रिपीट ५ दिसम्बर २००९) को एक न्यूज़ प्रसारित की थी कि एक औरत बलात्कार की jhooti शिकायत करती है और लोगों को blackmale करती है. न्यूज़ में बताया गया था कि औरत ने उल्हासनगर के पुलिस स्टेशन में ऐसी ८ शिकायतें की हैं, यानी उसने अपने ऊपर ८ बार बलात्कार होने क़ी FIR एक ही पुलिस स्टेशन में दी है. इस खबर को कवर करने वाले रिपोर्टर धर्मेश ठक्कर ने महिला से २ लाख रुपये क़ी मांग क़ी. जब महिला ने रुपये नहीं दिए तो उन्होंने खबर प्रसारित कर दी.
विशेष बात यह है कि ठक्कर ने महिला का फोटो, उसके घर का फोटो एवं उसकी बेटी का भी फोटो चैनल पर दिखा दिया. जो सुप्रीम कोर्ट के guideline और पत्रकारिता के नियमों का सरासर उल्लंघन है.
पेशे से LIC agent पीड़ित महिला ने इस संवाददाता को बताया कि उसने सिर्फ एक बार ही बलात्कार की कोशिश की शिकायत पुलिस स्टेशन में की है.
TV9 में न्यूज़ प्रसारित होने के बाद महिला ने उल्हासनगर के 'चोपड़ा कोर्ट' में मानहानि का केस फाइल किया था. जिसके लिए कोर्ट ने चैनल के चार लोगों- १- रवि प्रकाश, क्लिफोर्ड परेरा, एमकेएनवी मूर्ति तथा technical हेड बदरी प्रसाद- को सम्मन जारी किया था. सोमवार कोर्ट ने चारों के खिलाफ गिरफ़्तारी वारंट निकाला लेकिन उनके वकील ने कोर्ट से request कर उन्हें पेश करने का समय माँगा.
कोर्ट परिसर में सोमवार को अच्छा-खासा हंगामा हो गया. कोई लोकल चैनल उनके कोर्ट में पेशी को शूट कर दिखा न दे. इसलिए रवि प्रकाश अपनी कार से बाहर नहीं निकल रहे थे. इस बात की भनक पीड़ित महिला को लगी तो उसने कोर्ट परिसर में हंगामा कर दिया. महिला कह रही थी कि मेरी झूठी खबर दिखानेवाला रवि प्रकाश मीडिया से मुह क्यों छिपा रहा है. मजबूरन रवि प्रकाश को बाहर आना पड़ा.
अंततः कोर्ट ने चारों आरोपियों को निजी मुचलके पर छोड़ दिया और २७ दिसंबर को फिर से कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया है. कहा जाता है कि यह दिन रवि प्रकाश के लिए मुसीबत भरा होने वाला है.
इस संवाददाता से बातचीत में दो और लोगों ने बताया कि वे भी चैनल पर केस करने जा रहे हैं. चैनल के एक रिपोर्टर जतिन उज्जैनकर ने उल्हासनगर महापालिका के एक अधिकारी से पांच लाख रुपये की मांग कि है. उज्जैनकर ने उस अधिकारी से कहा है कि यदि वह इकट्ठा करके ५ लाख रुपये उन्हें दे देता है उनके मालिक रवि प्रकाश उल्हासनगर से अपने रिपोर्टर यानि उन्हें हटा लेंगे. अर्थात तब उल्हासनगर में TV9 का कोई रिपोर्टर नहीं रहेगा. दिवाली के आसपास उज्जैनकर अधिकारीयों और व्यापारियों से मिलकर दिवाली गिफ्ट मांगते रहे. उज्जैनकर उन लोगों से भी मिले जिनके खिलाफ उन्होंने खबरें चलाईं थीं. उनसे क्षमा मांगते हुए गिफ्ट देने की भी पेशकश की.
5 टिप्पणियाँ:
True journalists always face the problems. In Tv9 No reporter works named as Jatin Ujjainkar as you quoted. In Tv9 only one reporter works named as Ajit Ujjainkar. And of course, I never managed. I do strongly believe in true and journalism. The people of ill mentality can only make such statements.
True journalists always face the problems. In Tv9 No reporter works named as Jatin Ujjainkar as you quoted. In Tv9 only one reporter works named as Ajit Ujjainkar. And of course, I never managed. I do strongly believe in true and journalism. The people of ill mentality can only make such statements.
afroz bhai... ye kahani sirf tv9 ki hi nahi, balki baki channels ka bhi hai. aise channel ke maalik aur reporterts ko to khule am maarna chahiye. ravi mprakash ke saath jo kuchh hua, achha hua.
bahut khub... ye to hona hi tha...
THE NAME OF THIS BLOG IS "SUCHNA EXPRESS" MEANS INFORMATION EXPRESS. ACCORDING TO MY INFORMATION YOU ARE AN R.T.I. ACTIVIST. I COULDN'T UNDERSTAND THE RELATION BETWEEN THIS POST AND SUCHNA.
एक टिप्पणी भेजें